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खेल वही भूमिका नयी-11

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वहां वो सिंक के पास खड़े होकर बर्तन साफ कर रही थी. उसने टॉप और लैगी पहना था और लैगी पीछे से अंदर तक उसकी गांड में घुस गयी थी जिससे मेरी बहन की गांड उभर के आ रही थी. यह देखकर मेरा मन उसे चोदने को हुआ और मैंने उसे पीछे से जाकर कस के जकड़ लिया. वो भिंच गयी और कहा- मुझे काम करने दो!
मेरी चूचियों को चूसने के बाद उसने मेरी नाभि में अपनी जीभ डाल दी और उसे किस करने लगा. मैं भी गर्म होकर सिसकारियाँ लेने लगी. अब वो मेरी चूत में अपनी जीभ डाल कर मेरी चूत को चाटने लगा. मैं और ज्यादा जोश में आकर सिसकारियाँ भरने लगी उम्म्ह … अहह … हय … ओह … और उसके बालों में अपनी उंगलियाँ घुमाने लगी.
मेरी चूत पानी छोड़ कर गीली हुई जा रही थी. कुछ देर बाद उन्होंने मेरी चूत पर हाथ फेरा और उसकी फांक में उंगली करने लगे. मेरी कामुक जवानी देखकर उनका लंड खड़ा हो गया था. अब मैंने भी उनके कपड़े निकाल दिए. ससुर जी नंगे हुए तो मैंने देखा कि उनका लंड काफी बड़ा था. इतना बड़ा और मोटा लौड़ा देख कर मैं उनसे चुदवाने के लिए मरी जा रही थी.
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